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पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कैसे करे?

How to link PAN Card to Aadhaar Card? भारत सरकार द्व्रारा PAN कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया हैं | इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) फाइल करने के लिए भी यह जरुरी हैं | इसके आलावा 50,000 या इससे ज्यादा का Banking Transaction करने के लिए भी PAN कार्ड का आधार कार्ड से लिंक होना अनिवार्य हैं | पैन कार्ड (PAN Card) को आधार कार्ड से लिंक करने का प्रोसेस (Process) बहुत ही सरल हैं | पैन कार्ड (PAN Card) को आधार कार्ड से दो तरीके से लिंक किया जा सकता हैं | इनकम टैक्स ई-फाइलिंग वेबसाइट से मोबाइल फ़ोन से 567678 or 56161 पर SMS भेज कर हम आपको दोनों ही तरीके से पैन कार्ड (PAN Card) को आधार कार्ड से लिंक करना बताएँगे | इनकम टैक्स ई-फाइलिंग वेबसाइट से पैन कार्ड (PAN Card) को आधार कार्ड से लिंक करना Linking PAN with Aadhaar Online ( Through the e-filing Website) गूगल सर्च में टाइप करे Link PAN Card to Aadhar Card स्क्रीन पर इस सर्च से सम्बंधित विकल्प प्रदर्शित होंगे | " यहाँ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट(Income Tax Department) " की साइट पर लिंक करे

SSD क्या हैं ? SSD और HDD में क्या अंतर हैं ?

What is SSD? What is the difference between SSD and HDD?   HDD शब्द हम में से किसी के लिए भी नया नहीं हैं | पुराने लैपटॉप और कम्प्यूटर्स में HDD यानि हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive)का ही उपयोग होता था लेकिन आजकल जब कंप्यूटर बहुत तेज़ (Fast) स्पीड वाले हो गए हैं तब इन कम्प्यूटर्स या लैपटॉप में HDD की जगह SSD ने ले ली हैं | लेकिन ये SSD हैं क्या और यह किस तरह से HDD से भिन्न और बेहतर हैं यह सवाल कई लोगों के मन में उठता हैं | अपने इस लेख में हम SSD और HDD में क्या अंतर हैं ये बताएँगे और यह भी बतायेंगे कि SSD क्यों HDD से बेहतर हैं | HDD क्या हैं ? (What is HDD?) यह एक स्टोरेज डिवाइस हैं | इसका पूरा नाम (Full Form) हार्ड डिस्क डिवाइस (Hard Disk Device) हैं | पुराने सभी लैपटॉप और कम्प्यूटर्स में HDD का ही इस्तेमाल होता था | यह 60 साल पुरानी टेक्नोलॉजी हैं | इसमें डेटा को Read तथा Write करने के लिए Spinning Platters होते हैं | इसमें डेटा स्टोर करने के लिए Magnetism का इस्तेमाल होता हैं | जितनी जल्दी ये Spinning Platters घुमते हैं

टैली ERP 9 के प्रमुख प्राइमरी फीचर्स कौनसे हैं ?

What are the primary features of Tally ERP 9? जब हम Tally ERP 9 की बात करते हैं तब हम एक ऐसे सॉफ्टवेयर के बारे में बात करते हैं जो छोटे और बड़े    व्यवसायों के लेन-देन और हिसाब-किताब रखने के लिए उपयोग में लिया जाता हैं | लगभग तीस सालों से भारत में व्यवसायी टैली का उपयोग अपनी प्रतिदिन की व्यावसायिक गतिविधियों और व्यवसाय से सम्बंधित विभिन्न रिपोर्ट्स (Reports) जैसे बैलेंस शीट, प्रॉफिट एंड लॉस अकाउंट, बैंक अकाउंट इत्यादि के लिए करते आ रहे हैं  |टैली व्यवसाय से सम्बंधित विभिन्न फीचर्स का एक पैक हैं जो न सिर्फ विश्वसनीय हैं वरन कार्य करने हेतु लचीला भी हैं अर्थात अपनी आवश्यकतानुसार हम इसमें कार्य कर सकते हैं |  अपने इस लेख में हम Tally ERP 9 के प्रमुख फीचर्स के बारे में जानकारी देंगे जो आमतौर पर एक व्यवसाय के मालिक (Business Owner) को व्यवसाय को मैनेज (Manage) करने के लिए चाहिए होती हैं | टैली ERP 9 के प्रमुख प्राइमरी फीचर्स Primary features of tally ERP 9 टैली ERP 9 के प्रमुख फीचर निम्न हैं: एकाउंट्स (Accounts) Tally ईआरपी 9 में व्यवसाय

छोटे व्यवसायों के लिए जीएसटी बिलिंग के लिए टैली का विकल्प

Alternate of Tally for small and medium business हम सब व्यवसाय (Business) में टैली के उपयोग से परिचित हैं | टैली में व्यवसाय से सम्बंधित सभी जानकारी जैसे परचेज़ (Purchase), सेल्स (Sales), स्टॉक (Stock) इत्यादि सभी मैंटेन (Maintain) की जा सकती हैं | अधिकतर सभी बड़े व्यवसायी व्यवसाय में जीएसटी बिलिंग (GST Billing) के लिए टैली ERP 9 का उपयोग ही करते हैं | लेकिन छोटे व्यवसायी टैली का उपयोग अपने व्यवसाय के लिए नहीं कर पाते अथवा टैली के पाइरेटेड वर्जन का उपयोग करते हैं क्योकि टैली का ओरिजल वर्ज़न महंगा होता हैं | टैली के पाइरेटेड वर्ज़न के उपयोग करने से व्यवसायी को वह सभी सुविधाएं नहीं मिल पाती जो उसे अपने व्यवसाय के लिए चाहिए | अक्सर उसे डेटा के करेप्ट (Corrupt) होने और डेटा को खोने का डर रहता हैं | लेकिन अब टैली के विभिन्न विकल्प मौजूद हैं | जिनका उपयोग छोटे व्यवसायी अपने व्यापार (Business) के लिए कर सकते हैं | ऐसा ही एक विकल्प व्यापार ऐप (Vyapar App) हैं | अपने इस लेख में हम व्यवसाय में व्यापार ऐप का उपयोग करना सिखाएंगे | व्यापार ऐप क्या हैं | What is Vyapar App? व्यापार ऐप G

पुराने कंप्यूटर की स्पीड कैसे बढ़ाये?

How to speed up an old computer? कभी-कभी हमारा कंप्यूटर बहुत धीरे-धीरे स्टार्ट होता हैं  या कार्य करता हैं | खासतौर पर जब कंप्यूटर पुराना हो जाता हैं तब वह स्टार्ट यानि बूट (Boot)) होने में बहुत समय लेता हैं | कंप्यूटर में कोई एप्लीकेशन या प्रोग्राम ओपन करना हो या कोई फाइल ओपन करनी हो अथवा इंटरनेट से कोई सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना हो तब उसमे बहुत समय लगता हैं | जब कंप्यूटर स्लो (Slow) यानि धीरे चलता हैं तब हमें कार्य करने में न सिर्फ असुविधा होती हैं वरन हमें खीज भी पैदा होती हैं | जब कंप्यूटर की स्पीड स्लो हो जाती हैं तब वह बार-बार हैंग (Hang) होने लगता हैं |ऐसी स्थिति में हमारा कार्य करने का मन नहीं होता और हमारा मूड भी ख़राब हो जाता हैं | जब कभी पुराना कम्प्यूटर धीरे चलता हैं तब हम नया कंप्यूटर लेने की सोचते हैं लेकिन नया कंप्यूटर खरीदने से पहले हम कुछ उपाय करके इसकी स्पीड को बढ़ा सकते हैं | अपने इस लेख में हम वह तरीके बताएँगे जिसका उपयोग करके हम पुराने कंप्यूटर की स्पीड बढ़ा सकते हैं | सी-क्लीनर का उपयोग करे कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाने के लिए उसकी हार्ड डिस्क (Hard Disk) की सफाई करते

ड्रैग और ड्राप क्या हैं ?

What is Drag and Drop? कंप्यूटर में काम करते समय हम अक्सर ड्रैग (Drag) और ड्राप (Drop) शब्दों को उपयोग करते हैं |  लेकिन वास्तव में हम में से कई लोगों को इनका सही अर्थ नहीं पता होता | आइये जाने कंप्यूटर में कार्य करते वक्त प्रयुक्त होने वाले शब्द ड्रैग (Drag) और ड्राप (Drop) क्या हैं | कंप्यूटर में कार्य करते समय फाइल्स को एक जगह से दूसरी जगह लेजाने (Move) के लिए हम ड्रैग और ड्राप का उपयोग करते हैं | ड्रैग (Drag) जब हमें किसी फाइल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना हो तब हम उस फाइल के आइकॉन (Icon) पर माउस पॉइंटर से क्लिक करके सेलेक्ट करेंगे और माउस (Mouse) के बाएं बटन (Left Button) को दबाते हुए उसे दूसरी जगह पर खीचेंगे यानि ड्रैग (Drag) करेंगे | यह प्रकिया ड्रैग कहलाती हैं | ड्राप (Drop) फाइल को मनोवांछित स्थान पर ड्रैग (Drag) करने के बाद उसे उस स्थान पर छोड़ना ड्राप (Drop) कहलाता हैं | ड्राप की प्रक्रिया में हम माउस के लेफ्ट बटन को छोड़ देते हैं | यानि पहले मनोवांछित स्थान तक फाइल या फोल्डर को लाएंगे और फिर उसे वहां ड्राप कर देंगे | फाइल या फो

माइक्रोसॉफ्ट बिंग क्या हैं?

What is Microsoft Bing? हम आमतौर पर किसी भी जानकारी के लिए इंटरनेट पर सर्च करते हैं | उसके लिए हम गूगल सर्च इंजन का उपयोग करते हैं | माइक्रोसॉफ्ट भी हमें इसी तरह की एक सुविधा देता हैं जिसे हम माइक्रोसॉफ्ट बिंग (Microsoft Bing) के नाम से जानते हैं | यह भी एक सर्च इंजन हैं (Search Engine) हैं | इसका उपयोग इंटरनेट पर जानकारी सर्च करने के लिए किया जाता हैं |  माइक्रोसॉफ्ट बिंग में ऊपर बायीं ओर (Left Side) ऐप लांचर (App Launcher) का विकल्प (Option) होता हैं | यहाँ माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अपने यूज़र्स (Users) को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की लिस्ट होती हैं | यदि हमारा माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट हैं तब हम इन सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं | ये सुविधाएं निम्न हैं : माइक्रोसॉफ्ट आउटलुक : ई-मेल भेजने की सुविधा देता हैं | माइक्रोसॉफ्ट वर्ड : यह ऑफिस डॉक्यूमेंटेशन की सुविधा देता है | माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल : यह डेटा एंट्री की सुविधा प्रदान करता हैं | माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट : यह हमें ऑनलाइन प्रेजेंटेशन बनाने की सुविधा देता हैं | माइक्रोसॉफ्ट फैमिली सेफ्टी: इसके द्वारा हम स्क्रीन का टाइम सेट कर सकते हैं, परि