सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

SSD क्या हैं ? SSD और HDD में क्या अंतर हैं ?

What is SSD? What is the difference between SSD and HDD?

  HDD शब्द हम में से किसी के लिए भी नया नहीं हैं | पुराने लैपटॉप और कम्प्यूटर्स में HDD यानि हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard Disk Drive)का ही उपयोग होता था लेकिन आजकल जब कंप्यूटर बहुत तेज़ (Fast) स्पीड वाले हो गए हैं तब इन कम्प्यूटर्स या लैपटॉप में HDD की जगह SSD ने ले ली हैं | लेकिन ये SSD हैं क्या और यह किस तरह से HDD से भिन्न और बेहतर हैं यह सवाल कई लोगों के मन में उठता हैं | अपने इस लेख में हम SSD और HDD में क्या अंतर हैं ये बताएँगे और यह भी बतायेंगे कि SSD क्यों HDD से बेहतर हैं |

HDD क्या हैं ? (What is HDD?)

यह एक स्टोरेज डिवाइस हैं | इसका पूरा नाम (Full Form) हार्ड डिस्क डिवाइस (Hard Disk Device) हैं | पुराने सभी लैपटॉप और कम्प्यूटर्स में HDD का ही इस्तेमाल होता था | यह 60 साल पुरानी टेक्नोलॉजी हैं | इसमें डेटा को Read तथा Write करने के लिए Spinning Platters होते हैं | इसमें डेटा स्टोर करने के लिए Magnetism का इस्तेमाल होता हैं | जितनी जल्दी ये Spinning Platters घुमते हैं हार्ड डिस्क की स्पीड और परफॉर्मेंस उतनी ही अच्छी होती हैं | आजकल मिलने वाली हार्ड डिस्क ड्राइव 5400 RPM या 7200 RPM ((Revolutions per minute) के हिसाब से घूमती हैं | कुछ हार्ड डिस्क इससे भी ज्यादा तेज घूम सकती हैं | हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) की कीमत कम होती हैं और आजकल यह 1 टीबी (1 TB) या इससे भी ज्यादा डेटा स्टोर कर सकती हैं |

SSD क्या हैं? (What is SSD?)

SSD का पूरा नाम (Full Form) "सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive)" हैं | यह भी एक सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस (Secondary Storage Device) हैं | SSD हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में बहुत तेज (Fast) होती हैं | HDD की तुलना में SSD अधिक तेजी से कम्प्यूटरको Boot Up कर सकती हैं | HDD के समान ही इसमें भी बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर किया जा सकता हैं | लेकिन HDD की तरह इसमें कोई Moving Parts नहीं लगे होते | डेटा स्टोर करने के लिए इसमें NAND Flash Memory का इस्तेमाल होता हैं | जिसके कारण पॉवर या सिस्टम के ऑफ (Off) होने के बाद भी यह काम करती रहती हैं और डेटा को खोने नहीं देती | HDD की तरह इसमें कोई Moving Part नहीं होता इसलिए गिरने पर भी SSD के ख़राब होने का कोई डर नहीं होता | इसकी life हार्ड डिस्क ड्राइव के मुकाबले ज्यादा होती हैं | SSD लगभग हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) के आकार (Size) की ही होती हैं और इसे आसानी से HDD के स्थान पर लगाया जा सकता हैं | जब कभी पुराने कंप्यूटर की स्पीड बढ़ानी हो तो HDD को हटा कर SSD को लगा दिया जाता हैं | लेकिन HDD की तुलना में SSD थोड़ी महँगी होती हैं | इसलिए जिन कम्प्यूटर्स या लैपटॉप्स में SSD लगी होती हैं वह थोड़े महँगे आते हैं |

SSD के फायदे

ऊपर दी जानकारी के बाद यह स्पष्ट हैं की कंप्यूटर में SSD लगाने के कई फायदे हैं | कंप्यूटर में SSD लगाने के सभी फायदों को हम संक्षिप्त में इस प्रकार समझ सकते हैं:

SSD लगाने से कंप्यूटर की गति तेज हो जाती हैं इसमें मूविंग पार्ट्स की जगह फ़्लैश मेमोरी का इस्तेमाल होता हैं इसलिए इसकी Data Access Speed बहुत तेज होती हैं |  यदि कंप्यूटर में SSD लगी हैं तो कंप्यूटर को स्टार्ट करने और किसी भी प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर को ओपन करने में बिल्कुल भी समय नहीं लगता | इसलिए पुराने कम्प्यूटर्स की स्पीड बढ़ाने के लिए HDD को हटा कर SSD लगायी जाती हैं |

जब हम कंप्यूटर पर काम करते हैं तो अक्सर चलने के दौरान कंप्यूटर काफी आवाज़ करता हैं क्योकि इसमें HDD लगी होती हैं और इसके मूविंग मैकेनिकल पार्ट डेटा Read /Write करते समय काफी शोर करते हैं | लेकिन SSD के साथ ऐसा नहीं हैं यह डेटा स्टोर करने के लिए NAND Flash Memory का इस्तेमाल करती हैं और एक Non-Mechanical Device हैं इसलिए इसे लगाने के बाद कंप्यूटर में किसी प्रकार का शोर या आवाज उत्पन्न नहीं होती |

SSD में किसी भी प्रकार के मेकेनिकल मूविंग पार्ट्स नहीं होते इसलिए इसके लगाने से बिजली की खपत थोड़ी कम हो जाती हैं | जिन लैपटॉप्स में SSD लगी होती हैं उनकी बैटरी लाइफ अच्छी और लम्बी होती हैं |

SSD को HDD के मुकाबले ज्यादा विश्वसनीय और टिकाऊ मन जाता हैं | HDD में मूविंग मैकेनिकल पार्ट्स का इस्तेमाल होता हैं इसलिए इसके गिरने पर डेटा खोने का डर होता हैं | लेकिन SSD में फ़्लैश मेमोरी का इस्तेमाल होने के कारण अचानक पॉवर या सिस्टम ऑफ होने के बाद भी डेटा के खोने का डर नहीं होता |

SSD और HDD में अंतर (Difference between SSD and HDD)

HDD के मुकाबले SSD की कीमत थोड़ी ज्यादा होती हैं इसलिए आज भी कंप्यूटर और लैपटॉप में HDD का इस्तेमाल किया जाता हैं | SSD की तुलना में हार्ड डिस्क ड्राइव आधी कीमत में मिल जाती हैं |

डेटा स्टोर करने की क्षमता भी HDD में अधिक होती हैं | अभी अधिक स्टोरेज क्षमता वाली SDD नहीं हैंऔर जो हैं वह HDD के मुकाबले महँगी होती हैं | इसलिए यदि हम अधिक डेटा को स्टोर करना चाहते हैं तो हम HDD या किसी External Storage Device का उपयोग कर सकते हैं |

SSD का उपयोग क्यों करे?

यदि हम कंप्यूटर की परफॉरमेंस (Performance) अच्छी करना चाहते हैं और उसकी स्पीड बढ़ाना चाहते हैं तब हमें SSD का उपयोग करना चाहिए | यदि हम पुराने स्लो कंप्यूटर की स्पीड बढ़ाना चाहते हैं तब हम HDD को हटा कर SSD लगा सकते हैं |यदि कंप्यूटर स्टार्ट होने में अधिक समय लगता हो या बार बार हैंग हो जाता हो तब भी HDD को हटा कर SSD को लगाया जा सकता हैं |

यदि हम थोड़ा ज्यादा पैसा खर्च करके कंप्यूटर को Fast Speed का बना सकते हैं तो SSD सबसे बेहतरीन उपाय हैं |

कंप्यूटर में मौजूद ड्राइव के टाइप को जाने:-

  • हम अपने कंप्यूटर में मौजूद ड्राइव को जान सकते हैं | इसके लिए window + R कीज़ (Keys) को एकसाथ दबाये | स्क्रीन पर रन डायलॉग बॉक्स (Run Dialog Box) ओपन हो जायेगा |
  • यहाँ सर्च (Search) टेक्स्ट बॉक्स में "dfrgui"टाइप करे और ओके (OK) पर क्लिक करे अथवा एंटर (Enter) दबाये |
  • स्क्रीन पर Disk Defragmenter की विंडो प्रदर्शित होगी | हमारे कंप्यूटर में हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) हैं या सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD) यहाँ प्रदर्शित हो जायेगा |

दोस्तों, अब आप जान सकेंगे की आपके कंप्यूटर में कोनसी ड्राइव हैं और यदि कंप्यूटर की परफॉर्मेंस स्लो (Slow) हैं तो आप HDD की जगह SSD का उपयोग करके इसकी परफॉर्मेंस फ़ास्ट (Fast) कर सकते हैं |

SSD खरीदने के लिये हम Amazon के लिंक पर क्लिक कर सकते है।

अगर आप अपने कंप्यूटर में SSD लगाना  चाहते हैं तो नीचे  SSD के  कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन्हे आप देख सकते हैं |  



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल वर्कबुक में नयी रो, कॉलम व शीट कैसे इंसर्ट कराये ?

माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल वर्कबुक में नयी रो, कॉलम व शीट कैसे इंसर्ट कराये ? How to insert new rows, columns and sheet in an Microsoft Excel workbook? जब हम एक्सेल में डेटा टाइप करते हैं तब कभी-कभी हमें पता नहीं होता की हमारा डेटा कितना बड़ा हैं या कई बार ऐसा होता हैं की कुछ डेटा लिखने से रह जाता हैं अथवा पुराने डेटा में ही नया डेटा जोड़ना (Add) होता हैं तब हमें शीट में नयी रोज़ (New Rows), कॉलमस (Columns) या नयी सेल्स (Cells) की जरुरत पड़ जाती हैं अथवा डेटा अधिक होने पर एक या एक से अधिक नयी शीट की आवश्यकता भी होती हैं | आइये जाने की हम कैसे शीट में नयी रो, कॉलम या सेल इंसर्ट करवा सकते हैं अथवा जरुरत पड़ने पर नयी शीट भी फाइल में ले सकते हैं | एक्सेल शीट में एक नयी सेल, रो, कॉलम व शीट इंसर्ट करना सबसे पहले हम उस फाइल को ओपन (Open) करेंगे जिसकी किसी शीट में हमें एक (या अधिक) नयी (New) सेल (Cell), रो (Row), कॉलम (Column) व शीट (Sheet) इंसर्ट करनी हैं | अब हम रिबन (Ribbon) पर स्थित होम टैब (Home Tab) पर क्लिक करेंगे | होम टैब से संबंधित सभी कमांड्स स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएँगी | यहां हमें दायीं ओर

एमएस वर्ड डॉक्यूमेंट में कॉलम्स (Columns) कैसे इंसर्ट करे ?

एमएस  वर्ड डॉक्यूमेंट में कॉलम्स (Columns) कैसे इंसर्ट करे ? How to insert columns in MS Word document? हमने अखबारों और मैगजीन इत्यादि में टेक्स्ट को कॉलम्स (Columns) में विभाजित हुए देखा होगा | हम वर्ड डॉक्यूमेंट में भी टेक्स्ट को इसी तरह कॉलम्स में विभाजित कर सकते हैं | आइये इसका इसका चरणबद्ध तरीका सीखे | डॉक्यूमेंट में कॉलम्स (Columns) इंसर्ट करना हम जिस भी टेक्स्ट को कॉलम्स में विभाजित करना चाहते हैं पहले उसे सेलेक्ट कर लेंगे |  अब हम डॉक्यूमेंट में कॉलम्स इंसर्ट करने के लिए हम पेज लेआउट टैब (Page Layout Tab) पर क्लिक करेंगे | यह डिजाईन टैब (Design Tab) के दायीं ओर हैं | पेज लेआउट टैब पर क्लिक करने पर उसकी सभी कमांड्स स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएँगी | पेज लेआउट टैब में बायीं ओर (Left Side) पेज सेटअप ग्रुप (Page Setup Group) में कॉलम (Columns) कमांड प्रदर्शित होगी | जब हम कॉलम्स कमांड पर क्लिक करेंगे तो एक ड्राप डाउन लिस्ट (Drop Down List) स्क्रीन पर प्रकट होगी | कॉलम ड्राप डाउन लिस्ट में हमें निम्न विकल्प मिलेंगे: वन (One): एक कॉलम यानि डॉक्यूमेंट यथास्थिति: में एक कॉलम में ही हो

पॉवरपॉइंट में शैक्षणिक प्रेजेंटेशन कैसे बनाये?

How to Make an Educational PowerPoint Presentation ? माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट (PowerPoint) का उपयोग प्रत्येक क्षेत्र में बढ़ रहा हैं, विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र (Educational Field) में यह बहुत ही उपयोगी सिद्ध हो रहा हैं | शैक्षणिक गतिविधिओं में इसका दो तरह से उपयोग हो रहा हैं: पाठ्य पुस्तकों के पाठ (Chapter) का प्रेजेंटेशन (Presentation) तैयार करना शिक्षा से संबंधित ट्युटोरियल्स (Tutorials) का प्रेजेंटेशन तैयार करना अपने इस लेख में हम आपको पाठ्य पुस्तकों के पाठ (Chapter) का प्रेजेंटेशन (Presentation) तैयार करना सिखायेंगे, लेकिन उससे पहले हम पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन के बारे में जानकारी लेंगे | पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन क्या हैं? What is PowerPoint Presentation? माइक्रोसॉफ्ट पॉवरपॉइंट एक प्रेजेंटेशन प्रोग्राम (Presentation Program) हैं | इसका उपयोग डेटा (Data) और जानकारी (Information) को टेक्स्ट (Text), ग्राफ़िक्स (Graphics), एनिमेशन (Animation) इत्यादि के द्वारा अन्य व्यक्तियों के समक्ष प्रदर्शित (Present) करने के लिए किया जाता हैं | पॉवरपॉइंट प्रेजें